7 दिन से नानावटी हॉस्पिटल में भर्ती अमिताभ बच्चन की मानें तो अब उन्हें यह समझने का समय मिल रहा है कि उन्होंने जो किया, कहा और माना, उसमें क्या भला था और क्या बुरा? बिग बी ने अपने ब्लॉग में यह बात कही है। उन्होंने पिता डॉ. हरिवंश राय बच्चन की पंक्तियां साझा की हैं, जिनमें जीवन की आपा धापी के कारण वक्त न मिलने की बात कही गई है।
अमिताभ ने लिखा है-
“जीवन की आपा धापी में कब वक्त मिला , कुछ देर कहीं पर बैठ कभी ये सोच सकूं
जो किया, कहा, माना , उसमें क्या बुरा भला …”
- हरिवंश राय बच्चन
अब मिल रहा है
...और इन लम्हों में मन ने घटनाओं के शब्दों को ट्रेस किया। घटनाएं जो स्पष्ट रूप से हो सकती हैं, जिनकी कल्पना कोई भी कर सकता है। विशिष्ट, सटीक और स्पष्टता के साथ। और आपको आश्चर्य है। आश्चर्य है कि इसके परिणामस्वरूप क्या हुआ? आपको आश्चर्य है कि इसे अलग तरह से किया जाना चाहिए था या नहीं? लेकिन आप आश्चर्य करिए, जितना भी कर सकते हैं...नसीब के फैसले, नसीब के ही रहते हैं।
शुक्रवार को चाहने वालों का शुक्रिया अदा किया था
शुक्रवार को दिन में अमिताभ बच्चन ने आइसोलेशन वार्ड से एक ट्वीट कर अपने चाहने वालों का शुक्रिया अदा किया था। बिग बी ने अभिषेक के साथ अपनी एक फोटो शेयर करते हुए लिखा था- खुशी के समय, बीमारी में आप हमारे करीबी, हमारे शुभचिंतक, हमारे प्रशंसक, जिन्होंने हमेशा हमें बेपनाह प्यार, स्नेह केयर और और प्रार्थनाएं दी हैं। हम इन हालातों, हॉस्पिटल के प्रोटोकॉल, पाबंदियों में आप सभी का हाथ जोड़कर बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं।
इससे पहले गुरुवार रात भी अमिताभ ने अस्पताल में पाबंदियों का जिक्र किया था। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था- मुझे आपका आशीर्वाद, प्यार और दुआएं मिल रहे हैं। एसएमएस से, व्हाट्सऐप पर, इंस्टाग्राम पर, ब्लॉग पर और सभी संभव सोशल मीडिया पर। मेरे आभार की कोई सीमा नहीं है। अस्पताल का प्रोटोकॉल पाबंदियों वाला है। ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।
##अमिताभ और उनके बेटे 11 जुलाई से नानावटी हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। उन्हें हल्का बुखार था और उनमें कोविड के मामूली लक्षण देखने को मिले थे। 16 जुलाई को बच्चन की बहू ऐश्वर्या और पोती आराध्या को भी कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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