सुशांत की जिंदगी में रिया से एक महीने पहले सिद्धार्थ पिठानी की एंट्री हुई थी, तीन साल के कार्यकाल में संदीप सिंह को कभी आते-जाते नहीं देखा - NEWS E HUB

Slider Widget

Sunday, 30 August 2020

सुशांत की जिंदगी में रिया से एक महीने पहले सिद्धार्थ पिठानी की एंट्री हुई थी, तीन साल के कार्यकाल में संदीप सिंह को कभी आते-जाते नहीं देखा
















अशोक खासू (बाएं) ने 2016 से अक्‍टूबर 2019 तक सुशांत के घर काम किया था था। उसे अपने एक दोस्त के जरिए नौकरी मिली थी।

हाल ही में एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में रिया चक्रवर्ती ने कहा था कि वो सिद्धार्थ पिठानी को पहले से नहीं जानती थीं, क्योंकि वो सुशांत के जीवन में बहुत पहले से मौजूद थे। अब सुशांत के पूर्व कुक अशोक खासू ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में रिया के बताए 'बहुत पहले' को डिकोड किया है। अशोक ने उन दावों को भी खारिज किया है कि सुशांत ‘ड्रग्‍स’ लिया करते थे। पेश है उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश।

सवाल- आप साल 2016 से सुशांत के साथ थे, रिया अप्रैल 2019 से। सिद्धार्थ पिठानी कब से साथ रहते थे?
अशोक- 'सिद्धार्थ पिठानी मार्च 2019 में सुशांत की जिंदगी में आया था। एक साल हो गए इसको। जबकि रिया अप्रैल 2019 में आई थीं।'

सवाल- बाद वाले जो कुक हैं नीरज, केशव और दीपेश सावंत वगैरह, वो कैसे सुशांत की लाइफ में आए?
अशोक- 'दीपेश सावंत तो 2018 में आया था। नीरज और केशव को तो मैंने वहां जॉब पर लगवाया था।'

सवाल- हाल फिलहाल नीरज से आपकी बात हुई है या फिर 14 जून के आसपास कभी?
अशोक- 'एक्‍चुअली वो कुछ बता ही नहीं रहा है। जो भी है वो अपने पुलिस स्‍टेटमेंट में बता रहा है।'

सवाल- और 13 जून को पार्टी वार्टी हुई थी, उस पर कुछ बोला है क्या उन्‍होंने?
अशोक- 'नहीं कोई पार्टी नहीं हुई थी। ये बात तो पक्‍के यकीन के साथ कह सकता हूं।'

सवाल- सितंबर 2019 के यूरोप वाले टूर में रिया का भाई भी साथ था?
अशोक- 'जी हां। शोविक भी साथ गया था। उसका बिहेवियर हम लोगों के साथ तो अच्‍छा ही था।'

सवाल- वो सुशांत के यहां रहते थे?
अशोक- 'नहीं। पार्टी वगैरह होने पर वो आते थे। पाउना डैम पर लोनावला वाली पार्टी में रिया के मां-बाप भी आते थे। घर पर ज्‍यादातर रिया और सुशांत ही रहते थे।'

सवाल- आप जब वहां थे, तब क्या संदीप सिंह वहां आया करते थे?
अशोक- 'संदीप सिंह को मैं जानता नहीं कौन है। पार्टी में भी कभी अगर आया हो तो पता नहीं। पर मैंने अपने कार्यकाल में तो कभी उसे देखा नहीं। पार्टी में आमतौर पर छह से लेकर 15 लोग आया करते थे।'

सवाल- आम दिनों में सुशांत के घर कौन आया करते थे?
अशोक- 'फिल्‍म इंडस्‍ट्री के लोग ही आया जाया करते थे। उनमें अमूमन डायरेक्‍टर, रायटर, कास्टिंग डायरेक्‍टर ही होते थे। कास्टिंग डायरेक्‍टर में ज्‍यादातर मुकेश छाबड़ा आते थे। मीटिंग ऊपर डुप्‍लेक्‍स वाले फ्लैट में होती थी।'

सवाल- क्या सुशांत पार्टी में नशा कर धुत्‍त भी हो जाया करते थे?
अशोक- 'जी नहीं। मैंने तीन सालों में कभी नहीं देखा कि सुशांत सर नशा कर एकदम बेहोशी के आलम में पहुंच गए हों कभी।'

सवाल- 14 जून के बाद से नीरज ने आपसे फोन पर या मिलने पर क्‍या कभी कुछ कहा?
अशोक- 'नॉर्मल बातें ही होती रहीं। सुशांत का सबके साथ बिहेवियर अच्‍छा ही था। अब ऐन मौके पर क्‍या हुआ, वो तो किसी को पता नहीं।'

सवाल- बॉडी अगर लटकी हुई थी तो उसे उतारने का काम पुलिस का था, इन लोगों ने क्‍यों उतारा?
अशोक- 'ये तो नीरज ने भी मुझे नहीं बताया कि किसने उसे ऐसा करने को बोला था।'

सवाल- नीरज कहां से है?
अशोक- पश्चिम नेपाल से है।



No comments:

Post a Comment