इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया (ICSI) ने होनहार और आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट्स की मदद के लिए बड़ा फैसला किया है। इंस्टीट्यूट ने 'स्टूडेंट्स एजुकेशन फंड ट्रस्ट' के जरिए ऐसे स्टूडेंट्स की पढ़ाई का खर्च देने का फैसला किया है, जो न सिर्फ पढ़ाई में होशियार है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं। इसके लिए इंस्टीट्यूट ने एक क्राइटेरिया भी तय किया है, जिसके जरिए योग्य स्टूडेंट इसके लिए अप्लाय कर सकते हैं।
कौन कर सकते हैं आवेदन
इसका मकसद मुख्य रूप पर जरूतरमंद बच्चों की मदद करना है, ऐसे में जिन स्टूडेंट्स के परिवार की सालाना कमाई 3 लाख रुपये से कम है, वे इसके लिए अप्लाय कर सकते हैं। परिवार की इनकम 3 लाख से नीचे होने के साथ ही स्टूडेंट के 12वीं क्लास में 65% मार्क्स या ग्रेजुएशन में 60% नंबर हासिल हों। इसके अलावा ऐसे में स्टूडेंट, जिन्होंने 12वीं क्लास में 85 फीसदी नंबर पाए हों या ग्रेजुएशन में 70 फीसदी स्कोर किया हो, वे भी इसके लिए आवेदन कर अपनी पढ़ाई का खर्च पा सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन फीस होगी रिफंड
एक ऑफिशियल बयान में इंस्टीट्यूट बताया कि, ''इस स्कीम की गाइडलाइन्स के तहत योग्य छात्रों को कंपनी सेक्रेटरी एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट (CSEET) के लिए जमा की गई पूरी रजिस्ट्रेशन फीस वापस की जाएगी। ये फीस एग्जाम पास करने के बाद ही रिफंड की जाएगी।'' वहीं, अगर स्टूडेंट इस एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम में एडमिशन लेते हैं, तो बाद में उनकी जमा की गई अन्य फीस भी वापस की जाएंगी। पहले अटेम्प्ट में ही पास करने पर एग्जामिनेशन फीस भी रिफंड कर दी जाएगी।
29 अगस्त को होगी परीक्षा
ICSI ने इस स्कीम की शुरुआत ऐसे बच्चों को मोटिवेट करने के लिए की है, जो आर्थिक रूप से कमजोर है या पढ़ाई में बहुत अच्छे हों और CS का कोर्स करने के इच्छुक हों। आवेदन करने के लिए फॉर्म इंस्टीट्यूट की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस बार कोरोना की वजह से CSEET का आयोजन रिमोट प्रॉक्टर्ड टेस्ट के आधार पर 29 अगस्त को किया जाएगा। इसके तहत कैंडिडेट्स को किसी सेंटर जाने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि वे अपने घरों से ही ऑनलाइन इस एग्जाम को दे पाएंगे।
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