क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। पोस्ट में तीन फोटो हैं। तीनों ही फोटो अमेरिकी संसद भवन के सामने की हैं। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि ये फोटो ट्रम्प के समर्थन में 7 जनवरी को हुए अमेरिकी संसद के घेराव की हैं।
कैप्शन में लिखा है, 'भारतीय मूल के हिंदू फासीवादी ट्रम्प के हिंसक समर्थकों के साथ कल कैपिटल हिल पर देखे गए। ये भगवा और भारतीय झंडे लहराते हुए नजर आए।'
और सच क्या है?
- इस पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने तीनों फोटो को एक-एक कर गूगल पर रिवर्स सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें पहली फोटो द इकोनॉमिक टाइम्स की वेबसाइट पर मिली।
- वेबसाइट के मुताबिक, ये फोटो राम मंदिर के भूमि पूजन का उत्सव मनाते अमेरिका में बसे भारतीयों की है। वेबसाइट पर यह फोटो खबर के साथ 6 अगस्त, 2020 को पब्लिश हुई थी।
- रिवर्स सर्च करने पर हमें पोस्ट की दूसरी फोटो हिन्दुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर मिली। वेबसाइट पर 5 अगस्त, 2020 को यह फोटो खबर के साथ पब्लिश की गई थी। भारत में राम मंदिर भूमि पूजन के उत्सव को अमेरिका में रहने वाले भारतीयों ने सेलिब्रेट किया था।
- पड़ताल के दौरान तीसरी फोटो हमें नवीन भारत नाम की एक वेबसाइट पर मिली। यह फोटो 7 जनवरी को हुए अमेरिकी संसद भवन घेराव की है। वेबसाइट के मुताबिक, अमेरिकी संसद भवन घेराव में ट्रम्प समर्थकों के बीच भारतीय झंडा भी नजर आया था।
- पड़ताल से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट में आधा सच है। पोस्ट की 3 में से 2 फोटो फेक हैं। एक ही फोटो अमेरिकी संसद के घेराव की है।
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