ठोकर लगने के कारण ट्री गार्ड से टकराया एएसआई तो पेड़ों को बचाने की ठानी, अब तक 500 से पेड़ों से हटवा चुके हैं ट्री गार्ड - NEWS E HUB

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Thursday, 18 June 2020

ठोकर लगने के कारण ट्री गार्ड से टकराया एएसआई तो पेड़ों को बचाने की ठानी, अब तक 500 से पेड़ों से हटवा चुके हैं ट्री गार्ड

















नई अनाज मंडी पुलिस चौकी पर तैनात एएसआई कृष्ण कुमार बिश्नोई पैदल जाते समय ठोकर लगने के बाद पेड़ के चारों तरफ लगे ट्री गार्ड से टकराए तो उन्होंने देखा कि ट्री गार्ड के कारण एक तरह से पेड़ का विकास रुका हुआ है। इसके बाद एएसआई ने पेड़ों को बचाने की ठान ली। यही नहीं जो पेड़ बड़े हो चुके हैं और उन्हें ट्री गार्ड की आवश्यकता नहीं है। ऐसे पेड़ों पर लगे ट्री गार्ड को हटवाने को वन विभाग के अधिकारियों से भी शिकायत की मगर सुनवाई नहीं की गई।

ट्री गार्ड हटवाने को 5 माह पहले ही एएसआई ने हिसार कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश के बाद वन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर खुद एएसआई ने ट्री गार्ड हटवाना शुरू किया। यही नहीं वह हिसार के अलावा फतेहाबाद में भी लोगों को पौधों को बचाने एवं लगाने की अपील कर रहे हैं।

दरअसल, कृष्ण कुमार बिश्नोई मूल रूप से फतेहाबाद के धांगड़ गांव के हैं। वर्ष 1992 में वह हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। बताया कि वह पहले से ही पौधों को बचाने के लिए मुहिम चलाए हुए हैं। लोगों को सोशल मीडिया वह अन्य माध्यमों से पौधे लगाने के प्रति जागरूक करते हैं।

मगर अब उन्होंने हिसार व फतेहाबाद दोनों जिलों में विभिन्न स्थानों पर जिन पेड़ों को ट्री गार्ड की आवश्यकता नहीं है, उन्हें हटाने की मुहिम शुरू की है। लोगों का भी पूरा साथ मिल रहा है। फतेहाबाद में कुछ दोस्त भी उनकी पूरी मदद कर रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों के सहयोग से ट्री गार्ड को हटाया जा रहा है। साथ ही अधिक से अधिक पौधे भी लगवाए जा रहे हैं।

एएसआई ने बताया कि अभी तक है 5 हजार से अधिक पौधे लगा चुके हैं। पौधों का फायदा उन्हें आने वाले समय में मिलेगा। लोग खुली हवा में सांस ले सकेंगे।

परिंदों की प्यास बुझाने की भी छेड़ी मुहिम
एएसआई कृष्ण ने हिसार और फतेहाबाद में प्यासे परिंदों की प्यास बुझाने की मुहिम भी छेड़ी हुई है। जिसके तहत उन्होंने विभिन्न स्थानों पर मिट्टी के बर्तनों में दाना-पानी की व्यवस्था पक्षियों की लिए की हुई है। वह अन्य लोगों से भी पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करने की अपील करते हैं।

पौधे हैं परिवार के सदस्य
कृष्ण बिश्नोई का कहना है कि पौधे परिवार के सदस्यों के समान होते हैं। उनकी भी हमें परिवार के सदस्यों की तरह ही देखरेख करनी चाहिए।


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