
श्रीगीता विज्ञान प्रचार समिति महेंद्रगढ़ के तत्वावधान में स्थानीय करेलिया बाजार में स्थित जयराम धर्मशाला में रविवार आषाढ़ मास की पूर्णिमा पर प्रातः 10 बजे गुरु पूर्णिमा पर्व का आयोजन किया गया। समिति के प्रधान मुकेश मेहता ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू एवं महामारी के इस विकट संकट को देखते हुए सरकार की गाइडलाइन के अनुसार श्रीगीता विज्ञान प्रचार समिति के सभी भक्तों ने अपने परम श्रद्धेय गुरु 1008 स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती के चित्र को ही सामने रखकर गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया और गुरुजी की पूजा की। समिति के प्रवक्ता श्रीकृष्णदत्त ने गुरू महिमा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु ईश्वर के सगुण रूप होते हैं क्योंकि, इस दिन गुरुत्व नित्य की तुलना में सहस्त्र गुना सक्रिय रहता है। इस दिन की हुई गुरु सेवा और त्याग का फल सहस्त्र गुना मिलता है।
तत्पश्चात महाराज ने भी हरिद्वार में स्थित श्रीगीता विज्ञान आश्रम में मनाए गए गुरु पूर्णिमा पर्व पर उपस्थित होकर सभी भक्तों को ऑनलाइन ही अपना आशीर्वाद और संदेश प्रसारित किया। अपने संदेश में गुरु जी ने बताया कि परंपरागत रूप से आज का यह दिन गुरु पूजन के लिए निर्धारित है। इस खास दिन पर सभी शिष्य अपने अपने गुरुजनों की पूजा करते हैं। इस पर्व को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि महर्षि वेदव्यास जी का अवतरण भी आज ही के दिन हुआ था। उन्होंने ने बताया कि जिस तरह व्यक्ति इच्छा प्राप्ति के लिए ईश्वर भक्ति करता है ठीक उसी प्रकार जीवन में सफल होने के लिए हमें अपने अपने गुरुजनों की सेवा और भक्ति करनी चाहिए।
इस कार्यक्रम से पूर्व पूजा स्थल को सेनिटाइज करके सुगंधित इत्र का छिड़काव कराया गया। सभी भक्तों ने अपने अपने मुंह पर मास्क लगाकर डिस्टेंस का पालन किया और गुरू जी की वंदना की। इस अवसर पर शिवरतन मेहता, राजेन्द्र यादव, प्रदीप मेहता, पवन नांगलिया, विवेक मेहता, अमरसिंह सोनी, मास्टर ओमप्रकाश, मस्तुराम, रामप्रताप, अनिल कानौड़िया, प्रीतम अग्रवाल, सुनील कानौड़िया, दीपक मेहता, कृष्ण कुमार सोनी सहित समिति के समस्त पदाधिकारी एवं भक्तगण भी उपस्थित थे।
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