कोरोनावायरस और लॉकडाउन के चलते एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में 6 महीने से तालाबंदी है। इस दौरान बॉलीवुड सेलेब्स को लेकर कई बातें सामने आईं। कुछ घर में रहते हुए भी काम करते रहे तो कुछ ऐसे भी रहे, जो जॉबलेस होने कारण आर्थिक तंगी में चले गए। कुछ कोरोना और लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुए लोगों की मदद कर मसीहा बन गए तो कुछ खुद कोरोना से जंग लड़ने के लिए अस्पताल तक पहुंच गए। इतना ही नहीं, दुर्भाग्यवश इस अवधि में कई बड़े सेलेब्स दुनिया को अलविदा भी कह गए। इस रिपोर्ट में ऐसे ही कुछ तथ्यों पर नजर डालते हैं:-
- अक्षय कुमार: अक्षय कुमार सबसे पहले A-लिस्टर थे, जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान बाहर निकल एक ऐड शूट किया था। हालांकि, यह ऐड भारत सरकार के कैंपेन 'आत्मनिर्भर भारत' के लिए था, जिसका निर्देशन आर. बाल्की ने किया था।
- अमिताभ बच्चन: बिग बी ने 'केबीसी' के नए सीजन के प्रोमो की शूटिंग लॉकडाउन के दौरान शुरू कर दी थी। इतना ही नहीं, उन्होंने शो के रजिस्ट्रेशन के सवाल भी घर से हो शूट कर प्रोडक्शन हाउस को दिए थे
- माधुरी दीक्षित: रियलिटी शो 'डांस दीवाने' के लिए पहला प्रोमो घर से शूट किया था। शो के ऑडिशन भी वर्चुअली शुरू किए गए थे। उन्होंने लोगों से आग्रह किया था कि वे घर के किसी भी कोने में अपना डांस वीडियो शूट कर भेज सकते हैं।
- मनीष पॉल: एक ई-कॉमर्स कंपनी के लिए मनीष पॉल ने गेम शो 'क्या बोलती पब्लिक' वर्चुअली होस्ट किया था।
- वत्सल सेठ: अभिनेता वत्सल सेठ ने लॉकडाउन के दौरान एक शॉर्ट फिल्म बनाई, जिसका नाम 'कहा तो था' है। यह फिल्म उनके और उनकी पत्नी ईशा दत्ता पर पिक्चराइज थी।
- मीका सिंह : मीका सिंह ने लॉकडाउन के दौरान दो म्यूजिक वीडियो घर से ही शूट किए। इनमें से एक 'क्वारेंटाइन लव' चाहत खन्ना के साथ फिल्माया गया था। जबकि दूसरे गीत 'तुम जो मिल गए हो' में वे नताशा सूरी और प्रिया बनर्जी के साथ नजर आ रहे हैं।"
इन सबके अलावा करन जौहर, अक्षय कुमार, ट्विंकल खन्ना, अनिल कपूर, सोनम कपूर, आयुष्मान खुराना, कार्तिक आर्यन, वरुण धवन समेत कई सेलेब्स किसी न किसी बहाने सोशल मीडिया के जरिए फैन्स के बीच अपनी मौजूदगी दर्ज कराते रहे।
- सोनू सूद: जब देश में लॉकडाउन हुआ तो प्रवासी मजदूरों को काम और जान का खतरा महसूस हुआ और वे पैदल ही अपने-अपने राज्य के लिए निकल पड़े थे। ऐसे में सोनू सूद उनके लिए मसीहा बने। सूद ने कर्नाटक, बिहार, झारखंड और यूपी जैसे राज्यों के मजदूरों को बस से उनके घर भेजा। उन्होंने ओडिशा के कुछ मजदूरों को केरल से एयर-लिफ्ट किया था। केरल से 177 लड़कियों को फ्लाइट से उड़ीसा उनके घर भेजा था। बताया जाता है कि तीन महीने के अंदर लगभग 20 हजार मजदूरों को सोनू ने उनके घर भेजा था। इतना ही नहीं, उन्होंने मुंबई के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को रहने के लिए अपना होटल ओपन करवा दिया था। हर दिन उन्होंने 45 हजार लोगों लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था की। रमजान के दौरान 25 हजार लोगों को अलग से भोजन कराया।
"सोनू सूद ने ग्राउंड जीरो पर जो किया, उससे वे मिसाल बन गए। उनकी ब्रांड वैल्यू में जोरदार इजाफा हुआ है। जो काम सरकार को करना चाहिए था, वह अकेले करते हुए अलग जगह बना ली। बाकी एक्टर्स की तरह वो भी पांच-सात करोड़ देकर घर में रह सकते थे। लेकिन बाहर निकल कर काम करने से उनका सितारा चमक गया। यह यकीनन प्रोफेशनल फ्रंट पर ट्रांसलेट होगा। वो मास के हीरो बन चुके हैं। सोनू की फिल्म आएगी तो यकीनन उसे दर्शकों का जबर्दस्त रिस्पॉन्स मिलेगा।" - अतुल मोहन, ट्रेड एनालिस्ट
- अमिताभ बच्चन: सोनू सूद की तरह अमिताभ बच्चन ने लगभग 800 प्रवासी मजदूरों को बस और हवाईजहाज से उनके घर भेजा था। ये सभी मजदूर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से थे। इसके अलावा बिग बी की कंपनी एबी कॉरपोरेशन लिमिटेड ने हाजी अली ट्रस्ट और पीर मखदूम साहब ट्रस्ट की सहायता से हर दिन 4500 से ज्यादा फूड पैकेट्स मुंबई की अलग-अलग जगहों पर बंटवाए। उनके ऑफिस की ओर से हजार परिवारों के लिए 1000 राशन पैकेट्स (महीने-भर के लिए) भी उपलब्ध कराए गए। अलग-अलग एजेंसीज और लोकल अथॉरिटीज के साथ मिलकर अनगिनत मास्क, सैनेटाइजर्स भी बांटे। उन्होंने अस्पतालों, पुलिस स्टेशन्स, बीएमसी के ऑफिस और अंतिम संस्कार की जगहों पर 20 हजार से ज्यादा पीपीई किट्स भी दान किए।
- अक्षय कुमार: अक्षय कुमार ने कोविड-19 से लड़ाई के लिए पीएम केयर्स फंड में 25 करोड़ रुपए का योगदान दिया। उन्होंने 3 करोड़ रुपए बीएमसी को मास्क, पीपीई और रेपिड फायर किट्स खरीदने के लिए दिए थे। मुंबई पुलिस फाउंडेशन में भी 2 करोड़ रुपए दिए और 45 लाख रुपए दिहाड़ी मजदूरों की मदद के लिए सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सिंटा) में जमा कराए थे। इतना ही नहीं, अक्षय इसके बाद भी जहां जरूरत पड़ी, वहां आर्थिक मदद देकर चैरिटी करते रहे।
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