सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की? उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाया गया? या फिर उनका मर्डर हुआ? इन सवालों के जवाब सीबीआई जांच के बाद सामने आ जाएंगे। लेकिन अभिनेता की मौत के बाद से उन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर होने का दावा अक्सर सामने आता रहा है। अब एक वायरल ऑडियो टेप के हवाले से दावा किया जा रहा है कि सुशांत ने खुद यह बात स्वीकार की थी कि वे बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहे थे। यह ऑडियो टेप जनवरी 2020 का बताया जा रहा है, जिसमें कई आवाजें सुनाई दे रही हैं। इनमें से एक आवाज सुशांत और बाकी रिया चक्रवर्ती और अभिनेता के स्टाफ की बताई जा रही हैं।
डॉक्टर्स के संपर्क में थे सुशांत
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें सुशांत का यह ऑडियो टेप मिला है। इसमें वे बाइपोलर डिसऑर्डर को लेकर क्या बात कर रहे हैं? डालते हैं एक नजर:-
सुशांत: यह बाइपोलर डिसऑर्डर। इस स्थिति में पहली बात तो यह कि मुझे नहीं लगता कि मैं एक्टिंग कर पाऊंगा। दूसरी बात मुझे नहीं पता कि मैं कैसी आर्थिक स्थिति में पहुंचूंगा। इसलिए किसी तरह मैं 50-50 माइंड में हूं। ऐसा नहीं है कि मैं वापसी को लेकर आश्वस्त हो सकता हूं।
एक महिला: आप यह अपने लिए तय कर रहे हैं। क्या मुझे तय नहीं करना है?
सुशांत : मैं अपने डॉक्टर्स से यह पछले दो महीने से डिस्कस कर रहा हूं।
क्या रिया सुशांत का भविष्य सुरक्षित कर रही थीं?
ऑडियो टेप में रिया सुशांत के पैसे को मैनेज करने की बात कर रही है। ऑडियो के मुताबिक, सुशांत का पैसा कोटक प्राइवी में लगा था, जिसे कोटक वेल्थ में शिफ्ट करने की बात हो रही है। सुशांत इस दौरान पूछते हैं कि निवेश पर कितना रिटर्न मिलेगा? और उन्हें जवाब मिलता है कि सालाना 9 से 12 परसेंट। बातचीत में आगे सुशांत अपनी महंगी कारों को बेचने की बात कर रहे हैं।
सुशांत : मैं अपनी इन फैंसी कारों को जाने दे सकता हूं।
रिया : हां। वह अपनी मेसेराती कार बेच सकता है।
महिला : रुकिए, रुकिए। आपको इस तरह के फैसले नहीं लेने होंगे। अगर पर्याप्त रकम है तो हम उससे काम चलाएंगे। और हर महीने अपनी जरूरत के हिसाब से पैसा मिल जाए। अच्छी कमाई क्या है? आपके लिए अच्छी कमाई का आकंडा क्या है? 8 से 10 लाख या 7 लाख रुपए? बताओ हमें। हम फिर से काम करेंगे। लेकिन संपत्ति को निपटान शुरू न करें, जो आपके पास है।
रिया : हां मैं उसे 1-2 महीने बाद का बोल रही हूं। आप सभी बहुत कुछ कर रहे हैं।
महिला : मेरी सलाह मानिए। आप अपनी संपत्ति निपटाने की स्थिति में नहीं हैं। जितना मैं जानती हूं, मैं आपको सच्चाई बताउंगी। अगर ज्यादा ही है तो नई कार मत खरीदो।
सुशांत : हमें जल्द से जल्द खर्चे बंद करने होंगे।
महिला : अपना कार्ड मुझे दे दो। फिर आप कुछ खर्च नहीं कर पाओगे।
रिया : इस हाउस फंक्शनिंग और स्टाफ के कॉस्ट के अलावा कोई खर्च नहीं है, जो मैंने उसे 1-2 महीने पहले बताया था। जब तक आप किसी प्लान पर नहीं आ जाते, तब तक इसे रहने देते हैं। जब तक वह इस हालत में है, तब तक कुछ नहीं कर सकते। हम एक-दो महीने का समय देंगे। उसके बाद संपत्ति का निपटान और सामान कम करना शुरू कर सकते हैं। एक दो महीने का समय दीजिए और फिर पावना में उनकी जिंदगी देखने के बाद तय कीजिए।
एक आदमी : कार बेचने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। घाटे का सौदा है।
सुशांत : खैर, मैं अब उनका इस्तेमाल नहीं करने वाला।
एक आदमी : फिर भी आपको एक कार तो चाहिए होगी।
सुशांत : अगर मेरे पास एक भी नहीं होगी तो मैं खरीदूंगा भी नहीं।
रिया : तुम इसे (मेसेराती) बेचकर इनोवा खरीद सकते हो।
सुशांत : तुम इसे बुरे दिनों से मत जोड़ो।
महिला : मेसेराती बेचकर इनोवा क्यों खरीदना? आराम से रहो।
सुशांत : ऐसा नहीं है कि उन चीजों को खरीदने का बहुत मोह है।
मुंबई पुलिस ने किया था बाइपोलर डिसऑर्डर का दावा
सुशांत की मौत के कुछ दिन बाद एक न्यूज वेबसाइट ने मुंबई पुलिस से बातचीत के आधार पर लिखा था कि सुशांत पैरानोया और बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहे थे और इन बीमारियों का इलाज कराने के लिए देश में लॉकडाउन घोषित होने से पहले एक सप्ताह तक हिंदुजा हॉस्पिटल में भर्ती रहे थे। बाइपोलर डिसऑर्डर में कभी इंसान टेंशन में आ जाता है, कभी एकदम आत्मविश्वासी हो जाता है तो कभी एकदम गुमसुम हो जाता है। इस बीमारी में इंसान चाहे भी तो खुद पर कंट्रोल नहीं कर पाता है। वहीं, पैरानोया ऐसी बीमारी है, जिसमें इंसान दूसरों पर शक करने लगता है। उसे लगने लगता है कि सभी उससे नफरत करते हैं। कई बार वह खुद की हत्या की आशंका में घिर जाता है।
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