गंगा नदी में नाव चलाने वाले मल्लाहों कोकाशी में गंगापुत्र कहा जाता है। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोनावायरस ने गंगापुत्रों को अपनी मां गंगा से दूर कर दिया है। कभी मां गंगा की गोद में मल्लाह अपनी नावें चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। लेकिन अब बेरोजगार हो चुके हैं। केंद्र की गाइडलाइंस के अनुसार, अनलॉक-1 के दूसरे सप्ताह में 8 जून से मठ मंदिरों को खोल दिया। लेकिन घाटों पर अभी भी धार्मिक अनुष्ठान, नावों का संचालन करने पर मनाही है। बीते ढाई माह से 10 हजार नाविकों और दुकानदारों के सामने भुखमरी का संकट खड़ा हो गया है।
काशी में अर्द्धचंद्राकार में 84 घाट हैं, जो महामारी से पहले तक हमेशा पर्यटकों से गुलजार रहते थे।ढाई महीने से ज्यादासमय हो गया3000 से अधिकनावों केचप्पू रुकेहुएहैं। बुधवार सुबह भी राजेंद्र प्रसाद घाट, दशाश्मेध घाट, शीतला घाट,दरभंगा घाट समेत सभी 84 घाटों खामोशी देखने को मिली। नाविक समाज से शंभूसाहनी और सहयोगियों ने डीएम को पत्र भी लिखा है। लेकिन महामारी को देखते हुए नावों को गंगा में चलाने की अनुमति नहीं मिली है। कोई चोरी छिपे चलाता भी है तो जल पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है।
नाविक व दुकानदार ने साझा किया अपना दर्द
- सुभाष माझी ने बताया कि 10 हजार से ऊपर मल्लाह समाज के लोग और 50 हजार से ज्यादाइनसे जुड़े परिजन प्रभावित हैं। सब्जी, राशन, माल, होटल, मन्दिर सब कुछ खुल गया है। हम गंगा पुत्रों के बारे में कोई सोचने वालानहीं है। अब नाविक दूसरे रोजगार की ओर भागेंगे। 15 जून के बाद कभी भी बाढ़ की स्थिति आ जाएगी तो वैसे ही दो से तीन महीने नावें खड़ी हो जाएंगी।
- पीतल तांबा बर्तन दुकानदार राजू केसरी ने बताया कि घाटों के आस पास 2000 से ज्यादे दुकानें होगी। पर्यटकों के न होने की वजह से पीतल के लोटे, गंगाजल के जरीकेन, माला फूल, हैंडीक्राफ्ट, खाने पीने की दुकानें, कपड़े, गाइड धंधे से जुड़े करीब 1 लाख से ज्यादालोग प्रभावित हैं। नावों के बंद होने से कस्टमर भी नहीं आते।
7 नए केस, एक की मौत
बीते 24 घंटे में वाराणसी में कोरोनावायरस के 7 नए केस सामने आए। वहीं कोरोना से आठवीं मौत भी हो गयी। इसके बाद अब कुल संक्रमितों की संख्या291 हो गई है।214 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। हुकुलगंज के 77 वर्षीय रिटायर रेलकर्मी सोमवार को बीएचयू में भर्ती हुए थे। शाम तक सांस फूलने की वजह से मौत हो गयी। कोरोना सैम्पल उनका मंगलवार शाम को टेस्ट में पाजिटिव पाया गया।
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