मेंटरनिटी व इमरजेंसी वार्ड में सेंट्रलाइज्ड एसी बंद, गर्मी बड़ी तो गर्भवती महिलाओं के परिजन घरों से पंखा लाकर चला रहे - NEWS E HUB

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Monday, 15 June 2020

मेंटरनिटी व इमरजेंसी वार्ड में सेंट्रलाइज्ड एसी बंद, गर्मी बड़ी तो गर्भवती महिलाओं के परिजन घरों से पंखा लाकर चला रहे
















तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया है, गर्मी व उमस से लोग बेहाल है। ऐसे मौसम में कैंट सिविल अस्पताल के मेटरनिटी व इमरजेंसी वार्ड में दाखिल गर्भवती महिलाओं व अन्य मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मेटरनिटी वार्ड में दाखिल गर्भवती महिलाओं के परिजन तो अब अपने घरों से टेबल फैन लाकर जैसे-तैसे रात काट रहे हैं। बीती रात भी दाखिल गर्भवती महिलाओं को परेशानी हुई जिसके बाद उनके परिजन अस्पताल में टेबल फैन लेकर पहुंचे।

कैंट सिविल अस्पताल पूरा सेंट्रलाइज्ड एसी है और खिड़कियां शीशों से बंद है, एसी नहीं चलने के कारण वार्डों में वेंटिलेशन तक नहीं है और उमस में मरीजों व स्टाफ को भारी परेशानी हो रही है। मैटरनिटी वार्ड में मरीज बढ़ने के कारण गर्मी और उमस बढ़ रही है। हर वार्ड में सेंट्रलाइज्ड ऐसी की वजह से केवल एक ही पंखा लगा है जबकि वार्ड में कई बेड है। आलम यह है कि रात के समय पंखे के नीचे सोने के लिए मरीज अपने-अपने बेड तक पंखे के नीचे लगा रहे हैं। कई महिलाएं हाथों में पंखे लेकर हवा करने को मजबूर है। मरीज व उनके तीमारदार स्टाफ को एसी या अलग से पंखे लगाने की मांग कर रहे हैं, मगर एसी ऑन नहीं किए जा रहे हैं।

लेबर रूम भी बिना एसी के, खिड़कियों पर जाली लगाकर हो रही वेंटीलेशन
मेटरनिटी वार्ड के लेबर रूम तक में एसी ऑन नहीं है, इस कारण यहां डिलीवरी के समय भी गर्भवती महिलाओं को परेशानी हो रही है। लेबर रूम में वेंटिलेशन हो इसके लिए खिड़कियों पर जाली लगा दी गई है, मगर इससे भी समस्या का हल नहीं हो पा रहा है। गर्मी के कारण गर्भवती महिलाओं का बीपी बढ़ रहा है और नर्सिंग स्टाफ को बार-बार गर्मी के कारण बार-बार मरीजों की केयर करनी पड़ रही है। वार्ड के मुकाबले सिविल अस्पताल प्रशासन द्वारा ओपीडी व ओटी में एसी ऑन किया जा रहा है।

डाॅ. विनय गोयल, मेडिकल ऑफिसर, सिविल अस्पताल अम्बाला कैंट
कोरोना वायरस का फैलाव वार्ड में न हो इसलिए सेंट्रलाइज्ड एसी को बंद किया गया है। यहां कई मरीज दाखिल होते हैं और सेंट्रलाइज्ड एसी के कारण हवा एक कमरे से दूसरे कमरे तक फैलती है। ओपीडी में ओपीडी आरंभ होने से पहले व बाद में ही एसी चलाए जा रहे हैं। वार्डों में धीरे-धीरे पंखे व एग्जॉस्ट फैन की संख्या को बढ़ाया जा रहा है।



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