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Tuesday, 7 July 2020

4 विधायक, 6 ब्लॉक समिति चेयरमैन, सभी पार्षद, फिर भी नहीं हो पाई बैठक















जींद. जिला परिषद की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे पार्षद डीआरडीए हाॅल में बैठक शुरू होने का इंतजार करते हुए।

जिला परिषद की सोमवार को होने वाली बैठक पॉलिटिकल ड्रामा बनकर रह गई। इसमें हिस्सा लेने के लिए 4 विधायक, 6 ब्लॉक समिति चेयरमैन, सभी जिला पार्षद पहुंचे लेकिन बैठक इसके बाद भी नहीं हो पाई। चेयरपर्सन ने कहा कि बैठक डिप्टी सीएम ने कैंसिल करवाई है, जबकि विरोधी खेमे का कहना है कि चेयरपर्सन के पास प्रस्ताव पास करवाने के लिए बहुमत ही नहीं था इसलिए उन्होंने राजनीतिक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए बैठक रद्द करवा दी। खास बात यह है जिन अधिकारियों द्वारा जिला परिषद की बैठक बुलाई गई थी। वे ही सोमवार को डीआरडीए में नहीं पहुंचे।

बैठक कैंसिल किन कारणों से की गई अधिकारियों द्वारा इसके बारे में बताना दूर की बात किसी पार्षद या विधायक को बैठक कैंसिल होने के बारे में भी नहीं बताया गया। एक-डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद आए चारों विधायक, समिति चेयरमैन व जिला पार्षद डीआरडीए हाल से वापस लौट गए। इस दौरान जिला परिषद चेयरपर्सन व विरोधी खेमे ने एक-दूसरे पर बैठक को कैंसिल कराने और कोरम पूरा न होने के आरोप लगाए।

जिला परिषद की बैठक किन कारणों से कैंसिल की गई इसके बारे में कोई भी अधिकारी जवाब देने को तैयार नहीं था। दिनभर जिला परिषद के सीईओ के मोबाइल पर घंटी तो गई लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इससे पहले एक जून को भी जिला परिषद की बैठक को स्थगित कर दिया गया था।

5.38 करोड़ रुपए की ग्रांट का किया जाना था वितरण
जिला परिषद की बुलाई गई यह बैठक सामान्य थी। करीब 10 माह बाद यह बैठक होनी थी। बैठक में पुराने प्रस्तावों को पास करने के साथ-साथ विकास कार्यों के लिए आई 5.38 करोड़ की ग्रांट का वितरण होना था। बैठक के 11 बजे से पहले ही जिला पार्षद, ब्लॉक समिति चेयरपर्सन पहुंचने शुरू हो गए थे। बैठक में हिस्सा लेने के लिए विधायक डाॅ. कृष्ण मिड्डा, सुभाष देशवाल, अमरजीत ढांडा, रामनिवास सुरजाखेड़ा डीआरडीए पहुंचे। काफी देर तक बैठक शुरू होने का इंतजार भी किया। लेकिन ज्यों ही अंदरखाते बैठक के न होने की सूचना मिली विधायक भी डीआरडीए से चले गए।

कोरम पूरा नहीं था इसलिए बैठक को करवाया कैंसिल
जिला परिषद चेयरपर्सन के पास प्रस्ताव पास करवाने के लिए बहुमत ही नहीं था। इस कारण उन्होंने अपनी राजनैतिक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए कैंसिल करा दिया। बैठक न होने से जिले को नुकसान होगा और विकास के लिए आई ग्रांट वितरित नहीं हो पाएगी। पदमा सिंगला, पूर्व चेयरपर्सन जिला परिषद जींद।

मेरे पास पार्षदों का पूरा कोरम
जिला परिषद की बैठक को डिप्टी सीएम ने कैंसिल करवाया है। वे ग्रांट को विकास कार्यों के लिए वितरित नहीं करने दे रहे। उन्होंने पहले चल रहे विकास कार्यों पर रोक लगवा दी है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए मैं सुबह ही पहुंच गई थी। मेरे पास पार्षदों का पूरा कोरम है। प्रवीन घनघस, चेयरपर्सन, जिला परिषद जींद।

बैठक क्यों नहीं हो पाई मेरी जानकारी में नहीं : डीसी
जिला परिषद की बैठक को लेकर डीसी कार्यालय का कोई हस्तक्षेप नहीं है। बैठक क्यों नहीं हो पाई इसकी जानकारी मेरे पास नहीं है। इस पर वे सीईओ से बात करेंगे उसके बाद ही कुछ बता पाएंगे। डाॅ. आदित्य दहिया, डीसी जींद।



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